Name of the Post : SOLAR SUBSIDY ONLINE FORM 2022 || सौर ऊर्जा सब्सिडी राजस्थान, सोलर सब्सिडी 2022
Information : सौर ऊर्जा सब्सिडी 2022 राजस्थान, सोलर सब्सिडी ,केंद्र सरकार द्वारा जून 2020 में घरेलू सोलर प्लांट लगवाने की सब्सिडी को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया था। इसके बाद राजस्थान सरकार भी रूफटॉप सोलर योजना के अंतर्गत घरेलू सोलर प्लांट सब्सिडी को 40 फीसदी कर चुकी है।घरेलू उपभोक्ता अपनी घरों की छत पर कम से कम 1 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट तक के सोलर पॉवर पैनल इनस्टॉल करवा सकते हैं। कम अधिक क्षमता के अनुसार सोलर प्लांट इनस्टॉल करवाने पर आपको राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी निम्नलिखित तालिका के अनुसार हो सकती है | SOLAR SUBSIDY ONLINE FORM 2022
योजना से जुड़ने के लिए सर्वप्रथम आपको अपने क्षेत्र के विधुत विभाग जाकर 1000/- जमा करने के पश्चात आवेदन करना होगा।
अनुदान हेतु अनुमति मिलने के बाद आपको आवेदन फॉर्म को डाउनलोड कर इसका प्रिंटआउट निकलवाना होगा।
आवेदन फॉर्म में पूछी गई जानकारी को सावधानीपूर्वक भरें और जरूरी दस्तावेजों की फोटोकॉपी संलग्न कर दें।
अब इस फॉर्म को अपने जिले के होर्टीकल्चर डेवलपमेंट सोसाइटी कार्यालय में जाकर जमा कर दें।
दस्तावेजों Document
पहचान पत्र के रूप में आधार कार्ड, भामाशाह कार्ड, जन आधार कार्ड में से कोई एक लगा सकते हैं।
योजना से जुड़ी नियम शर्तें मानने हेतु शपथ पत्र
आवेदन पात्रता की पात्रता हेतु सत्यापन प्रमाण पत्र
सौर पंप हेतु आपूर्तिकर्ता द्वारा जारी तकनीकी रिपोर्ट
2 पासपोर्ट साइज फोटो
बैंक पासबुक की फोटो कॉपी
भूमि सम्बंधित दस्तावेज खसरा खतौनी
फसल गिरदावरी रिपोर्ट
त्रि-पार्टी अनुबंधन
बिजली विभाग में कृषि कनेक्शन की रसीद
घरेलू सोलर प्लांट लगवाने के लिए क्षेत्रफल की आवश्यकता
अगर आप अपने घर की छत पर 1 किलो वाट सोलर पैनल प्लांट सेट करवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपके पास कम से कम 100 वर्ग फीट जगह होनी चाहिए। यानी इसी अनुपात में आपको 5 किलोवाट के लिए 500 व 10 किलोवाट के लिए 1000 वर्ग फीट जगह की आवश्यकता पड़ेगी।
राजस्थान में सौर उर्जा योजना हेतु पात्रता
सिर्फ राजस्थान के मूलनिवासी किसान ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जो किसान बिजली कनेक्शन के द्वारा विद्युत पम्पों का इस्तेमाल कर रहे हैं वे इस योजना का लाभ लेने के पात्र नहीं होंगे।
जिन किसानों के पास स्वयं की भूमि है वे ही इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं। किसान के पास कम से कम 0.5 हेक्टेयर कृषि योज्य भूमि होनी चाहिए।
लघु एवं सीमांत किसानों को योजना के लाभ देने में प्राथमिकता दी जावेगी।
जो किसान कृषि विद्युत कनेक्शन हेतु बिजली विभाग में आवेदन कर चुके हैं और अब सोलर पम्प कनेक्शन हेतु आवेदन करना चाहते हैं, वे किसान भी इस योजना के पात्र होंगे।
राज्य के जिन क्षेत्रों को डार्क जोन्स चिन्हित किया गया है, वहां नलकूप/कुआँ होने पर ही आवेदन लिए जाएंगे।
सामुदायिक तालाब, डिग्गी यह अन्य साथ जल स्त्रोत होने पर 3 HP क्षमता वाले सोलर पंप पर सब्सिडी दी जाएगी।
किसान के पास 0.5 हेक्टेयर या इससे अधिक जमीन होने की स्थिति में 3 HP क्षमता वाले सोलर पम्प पर अनुदान दिया जाएगा। वहीँ 1 हेक्टेयर या इससे अधिक जमीन होने पर मालिकाना हक़ रखने वाली किसान को 5 HP क्षमता वाले सोलर पम्प पर अनुदान प्रदान किया जावेगा।
अपने खेत पर सोलर पंप संयंत्र स्थापित करने हेतु पॉवर ग्रिड से खेत की दूरी कम से कम 300 किलोमीटर होना अनिवार्य है।
योजना का नाम
योजना का नाम
मुख्यमंत्री सोलर पंप सब्सिडी योजना राजस्थान
राज्य
राजस्थान
योजना की शुरुआत
–
लाभ
कृषि सौर पंपों पर अनुदान
लाभार्थी
हर वर्ग के किसान
अधिकारिक वेबसाइट (Official website)
energy.rajasthan.gov.in
प्रधानमंत्री फ्री सोलर पैनल योजना क्या है
राजस्थान सौर ऊर्जा सब्सिडी 2021 की डिटेल जानेंगे। यहाँ विशेषकर हमने घरेलू उपभोक्ताओं द्वारा सोलर प्लांट लगवाने के कुल खर्च पर सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी की बात की है। अगर आप भारत सरकार द्वारा राजस्थान में चलायी जा रही रूफटॉप सौर ऊर्जा परियोजना के अंतर्गत घर की छत पर सोलर प्लांट लगवाने के इच्छुक हैं, तो इस लेख में दी गयी जानकारियों को पूरा पढ़ें।
सौर ऊर्जा सब्सिडी 2022 राजस्थान –
केंद्र सरकार द्वारा जून 2020 में घरेलू सोलर प्लांट लगवाने की सब्सिडी को 30 प्रतिशत से बढ़ाकर 40 प्रतिशत कर दिया गया था। इसके बाद राजस्थान सरकार भी रूफटॉप सोलर योजना के अंतर्गत घरेलू सोलर प्लांट सब्सिडी को 40 फीसदी कर चुकी है।घरेलू उपभोक्ता अपनी घरों की छत पर कम से कम 1 किलोवाट से लेकर 10 किलोवाट तक के सोलर पॉवर पैनल इनस्टॉल करवा सकते हैं। कम अधिक क्षमता के अनुसार सोलर प्लांट इनस्टॉल करवाने पर आपको राज्य सरकार द्वारा दी जाने वाली सब्सिडी निम्नलिखित तालिका के अनुसार हो सकती है
1 से 3 किलो वाट तक
40 प्रतिशत सब्सिडी
3 से 10 किलोवाट तक
20 प्रतिशत
10 से 500 किलो वाट (Housing Society के लिए)
20 प्रतिशत
सौर ऊर्जा सब्सिडी 2022 राजस्थान
5 किलोवाट सोलर प्लांट लगवाने का कुल खर्च लगभग 2 लाख 13 हजार रुपये आता है, वहीं इस पर मिलने वाली सब्सिडी या अनुदान लगभग 68 हजार रुपये होगा।
3 किलोवाट सोलर प्लांट लगवाने का कुल खर्च लगभग 1 लाख 30 हजार रुपये आता है वहीँ इस पर सब्सिडी लगभग 52 हजार रुपये मिलेगी।
राजस्थान घरेलू रूफटॉप सौर ऊर्जा सब्सिडी योजना 2022 के फायदे
न्यूज़ सोलर पंप सब्सिडी
घर की छत पर सोलर प्लांट लगवाने के कुल खर्च पर राज्य सरकार 40 प्रतिशत तक की सब्सिडी देती है।
3 साल के भीतर प्लांट लगवाने में आया कुल खर्चा कवर हो जाता है।
इसके बाद उपभोक्ता को 25 साल तक मुफ्त में बिजली मिलती रहती है
100 यूनिट से जादा बिजली नेट मीटर के जरीय डिस्कॉम को देने पर उपभोक्ता को लगभग 3/4 रुपये प्रति यूनिट मिलते हैं।
यदि किसी महीने बिजली उत्पादन 100 यूनिट से कम होता है तो अगले महीने इसका हिसाब बिजली बिल में समायोजित कर दिया जाता है।
नोट – आपको बतादें कि यहाँ बताई गयी जानकारी राजस्थान के सभी जिलो के लिए लागू हो ऐसा आवश्यक नहीं है, इसलिए अधिक जानकारी के लिए energy.rajasthan.gov.in को विजिट करें। इसके आलावा रूफटॉप सोलर योजना की टोलफ्री हेल्प लाइन नंबर 1800-180-3333 भी संपर्क कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री सोलर योजना राजस्थान
राजस्थान सरकार द्वारा अपने राज्य के किसानों हेतु सौर उर्जा पंप सब्सिडी योजना को जवाहरलाल नेहरु राष्ट्रीय सौर मिशन के अंतर्गत शुरू किया गया था। राजस्थान सौर ऊर्जा सब्सिडी योजना 2020-2021 के अंतर्गत किसानों को सोलर पम्प की कुल कीमत पर 60 प्रतिशत की सब्सिडी दी जाती है। 40 प्रतिशत किसान को अपनी ओर से देने होते हैं, यदि किसान के पास देने के लिए रुपए नहीं हैं तो वह 30 प्रतिशत हिस्सा बैंक से लोन ले सकता है। भूमि के आकारानुसार किसान को 3 HP और 5 HP क्षमता वाले सोलर पम्प दिए जाते हैं।
राजस्थान सौर ऊर्जा सब्सिडी योजना 2020-2021 का उद्देश्य
किसानों के खर्च को कम करने और सौर उर्जा के प्रयोग हेतु सरकार किसानों को प्रोत्साहित करना चाहती है। इसी उद्देश्य से राजस्थान सरकार द्वारा सोलर पम्प सब्सिडी योजना को शुरू किया गया है। सोलर पम्प द्वारा सिंचाई करने से किसानों का बिजली और डीजल के खर्च का अतिरिक्त भार कम होगा, जिससे उनकी आय में वृद्धि होगी और वे अपनी आजीविका को सुधार पाएंगे। राजस्थान में सौर उर्जा के इस्तेमाल से पर्यावरण प्रदूषण में भी कमी आएगी। आइए जानते हैं कौन से किसान योजना का आवेदन करने हेतु पात्र हैं और इसका लाभ लेने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया क्या है?
सौर ऊर्जा सब्सिडी 2020 राजस्थान के लाभ /
डीजल पंपों को चलाने के लिए अधिक बिजली खपत होती है, जिसे किसान का बिजली बिल ज्यादा आता है। सौर पंपों के इस्तेमाल से बिजली कम जलेगी और किसान का खर्च कम होगा।
इससे किसान की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होगा।
सोलर पंप स्थापित करने के पश्चात् सात वर्षों तक देखरेख की जिम्मेदारी आपूर्तिकर्ता फर्म की होती है।
आपूर्तिकर्ता फर्म द्वारा 7 सालों का मुफ्त बीमा कवर भी दिया जाता है।